अगर आप भी सिटिंग जॉब में हैं और लगातार बिना उठे घंटों तक बैठी रहती हैं। तो उसका प्रभाव आपकी लोअर बॉडी पर दिखने लगता है। जहां दिनों दिन शरीर में जमा होने वाली कैलोरीज़ से बैली फैट बढ़ता हैं। तो वहीं हिप्स में टाइटनेस और मांसपेशियों में ऐंठन भी बढ़ जाती है। ऐसे में खुद को फिट और एक्टिव बनाए रखने के लिए स्टैडिंग वर्कआउट (standing workout) की प्रैक्टिस फायदेमंद साबित होती है। इससे न केवल वेटलॉस (weight loss) में मदद मिलती है बल्कि शरीर कई प्रकार की बीमारियों से भी बचा रहता है। जानते हैं वज़न कम करने के लिए कौन सी स्टैण्डिंग एक्सरसाइज़ हैं मददगार (standing workouts for burn belly fat )।
वज़न कम करने के लिए इन एक्सरसाइज़ को करें वर्कआउट रूटीन में शामिल
1. फॉरवर्ड फोल्ड (Forward fold)
जल्द वेटलॉस के लिए फॉरवर्ड फोल्ड (forward fold) एक बेहतरीन स्टैंडिग एक्सरसाइज़ है। इसे रोज़ाना करने से वज़न कम करने के अलावा टांगों को मज़बूती मिलती है। इसके अलावा पेट के निचले हिस्से में होने वाले दर्द की समस्या भी हल हो जाती है।
इसे करने के लिए मैट पर सीधे खड़े हो जाएं। इसके बाद दोनों हाथों को उपर की ओर खींचें और कोहनियों को भी सीधा कर लें।
इसके बाद दोनों बाजूओं को नीचे की ओर लेकर आएं और ज़मीन से चिपका लें। इस दौरान कमर को सीधा रखें और घुटनों को भी न मोड़े।
30 सेकण्ड से 1 मिनट तक इस पेजिशन को होल्ड करके रखें। 3 से 4 बार इस एक्सरसाइज़ को करने से वेटलॉस में राहत मिलती है।
फॉरवर्ड फोल्ड के अभ्यास के दौरान दोनों पैरों के मध्य थोड़ा सा अंतर बनाकर चलें। इससे शरीर को बैलेंस करने में मदद मिलती है।
2. हिप सर्कल्स (Hip circles)
बैली फैट और कमर पर जमा अतिरिक्त वसा मोटापे का कारण बनने लगता है। बॉडी को फिट और स्लिक बनाए रखने के लिए इस एक्सरसाइज़ को वर्कआउट रूटीन में शामिल करें। इस एक्सरसाइज़ को करने से हिप फैट भी कम होने लगता है। साथ ही पैल्विक फ्लोर मसल्स को मज़बूती मिलती है।
इस एक्सरसाइज़ को करने के लिए मैट पर सीधे खड़े हो जाएं। अब दोनों पैरों के मध्य दूरी बनाकर रखें। ताकि बॉडी का बैलेंस बना रहे।
अब दोनों हाथों को कमर पर रखें और कमर को हिप्स के साथ क्लॉक वाइज़ मोशन में घुमाएं और सर्कल बनाएं।
इससे हिप्स और कमर पर जमा फैट्स कम होने लगेते हैं। इस एक्सरसाइज़ को 1 से 2 मिनट के लिए करें और दोहराएं।
एक्सरसाइज़ को 4 से 5 बार दोहराने के बाद शरीर को ढीला छोड़ दें और कुछ देर बॉडी को रिलैक्स होने दें।

3. साइड रीच (Side reach)
बाजूओं को मज़बूती प्रदान करने के लिए साइड रीच एक्सरसाइज़ बेहद फायदेमंद है। इससे बैली फैट के अलावा बाजूओं पर जमा अतिरिक्त कैलोरीज़ भी बर्न होने लगती है। इस एक्सरसाइज़ को रोज़ाना करने से गट हेल्थ को भी बहुत फायदा मिलता है।
इस एक्सरसाइज़ को करने के लिए मैट पर सीधे खड़े हो जाएं। अब दाहिनी बाजू को उपर की ओर लेकर जाएं और शरीर को बाहिनी ओर झुकाएं।
इसके बाद बाहिनी बाजू को उपर की ओर खींचें और उसके बाद शरीर को दाहिनी ओर झुकाएं। इस दौरान दाहिनी बाजू को सीधा रखें।
वर्कआउट के दौरान इस एक्सरसाइज़ को 3 से 4 बार करें। इस दौराल टांगों और रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें।
एक्सरसाइज़ को करने के दौरान बॉडी को कुछ देर रिलैक्स होने के लिए छोड़ दें।

4. स्टैंडिग लेग रेज़िज़ (Standing leg raises)
टांगों का लचीलापन बनाए रखने के लिए इस एक्सरसाइज़ को करना लाभप्रद है। इसके अलावा लोअर बैली फैट को भी कम करना आसान है। इस हिप ओपनर एक्सरसाइज की मदद पेल्विक मसल्स को मज़बूती मिलती है। साथ ही शरीर के निचले हिस्से में होने वाली ऐंठन से बचा जा सकता है।
इस एक्सरसाइज़ को करने के लिए मैट पर सीधे खड़े हो जाएं। अब दोनों हाथों की मुट्ठी बनाकर पेट के पास ले आएं।
एक्सरसाइज़ को करने के दौरान पीठ को सीधा रखें। इसके अलावा दोनों टांगों के बीच 3 से 4 कदमों का गैप बनाकर चलें।
दाहिनी टांग को बाहर की ओर लेकर जाएं और उसे सीधा करें। उसके बाद बाहिनी टांग से भी इस एक्सरसाइज़ को दोहराएं।
बैली फैट को कम करने के लिए 2 से 3 सेट्स में 10 से 12 बार इस एक्सरसाइज़ को दोहराएं।
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