Wednesday, December 6, 2023
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Yoga After Dinner-रात का खाना खाने के बाद करें ये योगासन

बेहतर शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए योग बेहद आवश्यक है। यदि नियमित रूप से योग किया जाए तो ये शरीर, मन और आत्मा में सामंजस्य ला सकता है और व्यक्ति को स्वस्थ कर सकता है। योग करने के कई फायदे हैं लेकिन सबसे ज्यादा जरूरी चीज़ योग करने का समय है। योग करने का सबसे अच्छा समय सुबह होता है, सुबह किया हुआ योग पूरे दिन व्यक्ति को ताज़गी देता है और फुर्तीला रखता है।

वहीं, कुछ लोग रात के खाने यानि डिनर के बाद योग करते हैं । रात के खाने के बाद योग बेहतर पाचन में मदद करता है, मोटापे को कम करता है और साथ ही नींद की गुणवत्ता को भी अच्छा बनाता है।

डिनर के बाद कौन से योगासन से ज्यादा फायदे होंगे और उससे जुड़े तमाम सवालों का जवाब पाने के लिए हेल्थशॉट्स ने अभिषेक अष्टांग योग सेंटर के अभिषेक ओटवाल से बात की।

रात में योग करने से पहले याद रखे ये बात

रात में डिनर के बाद योग करने से पहले ऐसी कई बातें हैं, जो हमें याद रखनी चाहिए। अभिषेक के मुताबिक़, रात में जब हम डिनर कर लेते हैं तब भोजन हमारी आंतों में मौजूद डाइजेस्टिव एन्जाइम्स के कारण टूट जाता है और उससे एक तरह का जूस बनता है, जो हमारे शरीर को ताकत देता है।

इसके साथ ही जब भी हम किसी भी प्रकार का योग करतें हैं तो उसमें स्ट्रेचिंग, ताकत और लचीलेपन का मिश्रण होता है। वहीं, अगर हम सही तरह से योग नहीं करतें तो तमाम योगासन हमारी पाचन प्रक्रिया में बाधा बन सकते हैं और स्वास्थ्य को फायदे की जगह भारी नुकसान पहुंचा सकते हैं।

सेहत के लिए फायदेमंद है योग। चित्र-अडोबीस्टॉक

विशेषज्ञ के अनुसार डिनर के बाद योग करने के लिए आपको हर रोज़ शाम 7 बजे के आसपास ही खाना खा लेना चाहिए क्योंकि रात के योग को दो हिस्सों में विभाजित किया गया है, जिसमें खाना खाने के तुरंत बाद और खाना खाने के 3 घंटे बाद का योग शामिल हैं।

यह 5 योगासन आपको रखेंगे हेल्दी

खाना खाने के तुरंत बाद हमें ज्यादा स्ट्रेचिंग और ताकत वाला योग नहीं करना चाहिए, इसलिए खाना खाने के बाद हमें ऐसा योगासन करना चाहिए, जो शरीर को रिलैक्स करे और खाने के बेहतर पोषण के लिए जरूरी हो। इसके लिए आप वज्रासन कर सकते है।

1 वज्रासन

वज्रासन एक ध्यानात्मक आसान है। जो शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करता है और आत्मा की शान्ति को बढ़ावा देता है। वहीं, वज्रासन खाने के तुरंत बाद किया जाने वाला एकमात्र योग है।

कैसे करें वज्रासन ?

वज्रासन करने के लिए सबसे पहले अपनी रीढ़ की हड्डी को सीधा करके बैठे ।
• दाएं पैर को मोड़कर दाएं कूल्हे के नीचे रखें और बाएं पैर को बाएं कूल्हे के नीचे रखें।
• पैरों को इस तरह रखें कि पैर की उंगलियां एक-दूसरे को छूएं, और हाथों को अपनी रीढ़ की हड्डी के साथ घुटनों पर रखें।
• ऐसी ही स्थिति में बनें रहें और कुछ देर यह योगासन करते रहें।

2 सुप्त बद्ध कोणासन

सुप्त बद्ध कोणासन (Supta Baddha Konasana) योग का एक महत्वपूर्ण आसन है, जिसे लेटकर और बैठकर दोनों ही तरह से किया जाता है । यह आसन विशेष रूप से पैरों, पेल्विक रीजन, और हिप्स को स्ट्रेच करने में मदद करता है।
कैसे करें सुप्त बद्ध कोणासन ?
सबसे पहले अपनी पीठ के बल लेटकर और अपने पैरों को अपने कूल्हों की ओर ले जाकर शुरुआत करें।
• जैसे ही आप सांस छोड़ें, अपने घुटनों को जमीन की ओर लाएं।
• वहीं , जब आप छोड़ने के लिए तैयार हों तो अपने हाथों को घुटनों की ओर लाएं और अपने पैरों को नीचे की ओर दबाएं।

3 आनंद बालासन

जैसे की इस योग के नाम से ही जाहिर है कि जब कोई छोटा बच्चा खुश होता है तो वो अपने हाथ और पैर दोनों को हवा में उठा कर खुश होता है। वहीं, इस योग में भी हमें वैसी ही पोज़िशन बनानी होती है।

कैसे करें आनंद बालासन ?

आनंद बालासन करने के लिए सबसे पहले जमीन पर अपनी रीढ़ की हड्डी को सीधा करके लेट जाएं।
इसके बाद अपने दोनों पैर को इस तरह हवा में उठाएं कि आपके शरीर और घुटने के बीच 90 डिग्री का एंगल बन जाएं।

फिर अपने तलवों के नीचे वाले हिस्सों को ऊपर की तरफ रखें।
उसके बाद अपने दोनों हाथों में दोनों पैर की उँगलियों को पकड़ने की कोशिश करें और पैरों को अपनी तरफ खींचने का प्रयास करें।
कुछ समय तक ये प्रक्रिया करते रहें।

Yoga karne ke fayde
डिनर के बाद किए जा सकते हैं कई योगासन। चित्र- अडोबी स्टॉक

4 विपरीत-करणी आसान

इस आसन में सर नीचे तो वहीं पैर ऊपर की तरफ होते हैं। इस आसन से रात के खाने के कुछ घंटों बाद उसके सर्कुलेशन में मदद मिलती है।

कैसे करें विपरीत करणी आसन

• एक दीवार ढूंढें और उसी के सहारे जमीन पर लेट जाएं। इसके साथ ही सुनिश्चित करें कि आपके कूल्हे दीवार से सटे हुए हों।
• इसके बाद धीरे से पैरों को ऊपर की ओर उठाएं और पैर सीधे कर लें, यह ध्यान रखें कि दोनों कूल्हे दीवार से लगे हों।
• कुछ देर तक इसी अवस्था में रहें और फिर विश्राम करें।

5 सेतु बंधासन

यह योग आसन रीढ़ की हड्डी को फैलाता है और छाती को खोलता है, जिससे शारीरिक तौर पर काफी आराम मिलता है।

कैसे करें सेतु बंधासन ?

• अपनी पीठ के बल सीधे लेट जाएँ
• अपने घुटनों को मोड़ें, और उन्हें कूल्हे की दूरी पर पास-पास रखें।
• अपने कंधों को नीचे घुमाकर शुरुआत करें।
• अपने कूल्हों को ब्रिज पोज़ में उठाने के लिए अपनी हाथों और पैरों को नीचे दबाएं।
• थोड़ी देर तक इसी स्थिति में रहें और फिर विश्राम करें।

 

यह भी पढ़ें: शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है किडनी, इन 4 योगासनों के अभ्यास से बनाएं इन्हें हेल्दी

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